Boundaries
Reminiscences from my diary
May 12, 2023
Friday 2200 IST
Murugeshpalya, Bangalore
काँच पर गिरी
टप्प से
बूँद पहली !
बूँद ने बनाया
अपने चारों ओर
दायरा एक !
बारीक़ छीटों की नक़्क़ाशी से बुना
खूबसूरत दायरा !
और फिर अचानक
बूँद
खुद ही
दायरे को पार कर
एक ओर लुढ़क गयी !
आसमान
अभी भी
दायरे के बीचों बीच
काँच में
अपना अक्स खोज रहा है !
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