Listen O Moon!
Reminiscences from my diary
Jan 27, 2021
Wed, 10:40 pm
Murugeshpalya, Bangalore
सुनो चँदा !
फ़र्ज़ करो
कोई लगभग पूरा हो
लगभग
और
लगभग पूरा होने से
पूरा पूरा होने तक का सफ़र
कुछ-एक प्रकाश - वर्ष जितना हो जाए ?
कितनी भटकन होगी !
कितनी तड़पन होगी !
सुनो चंदा !
अब यूँ करो कि
फ़र्ज़ करो या न करो
पर
तुम्हारी तकदीर
उन सैकड़ों अधूरों की
तकदीरों से
कुछ-एक प्रकाश वर्ष गुना
ज़्यादा पूरी है !
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