Tuesday, 16 June 2020

The parrot

Reminiscences from my diary

June 16, 2020
Tuesday 11:30 pm
Murugeshpalya, Bangalore


तुम्हारी श्वास के लिए
मेरा दर्श
मानो -
किसी चंद्रकांता का
शुक !

विधान पलटा !

इस बार
पहले
श्वास गई
फिर शुक !

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