Ahmedabad
Reminiscences from my diary
Wednesday, March 30, 2016
Ahmedabad Airport
7:35 pm
नया शहर
सपाट सड़कें
तेज़ रफ़्तार
दुस्तर पंथा
मिलनसार लोग
बेहमाया कबूतर
गर्म हवा
सुनसान बगिया
उदास ईटें
तपती छत
अजनबी दोस्त
आधी रात
कोल्ड कॉफ़ी
अकेली सड़क
लम्बा सफर
भव्य इमारत
तंग कमरा
टूटा रोशनदान
बिखरा कांच
मटमैली चादर
अधजले कश
दो मकड़जाल
पसरा सन्नाटा
बिसराता नाम
खंडित आकांक्षा !
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