The five elements
Reminiscences from my diary
Aug 22, 2023
Tuesday, 2215 IST
Murugeshpalya, Bangalore
मेरा आकाश -
जल से -
मथा है
जल -
अग्नि से -
जला हुआ
अग्नि में -
पृथ्वी -
समीधा - सी
मेरी पृथ्वी -
पृथ्वी होने का -
भ्रम है
जैसे -
किसी नक्षत्र की -
वायु, और
व्यान के शून्य में -
शिव होता -
मेरा आकाश
मैं और मेरे पंचतत्त्व
ब्रह्माण्ड की समस्त प्रेतात्माओं का
प्रपंच हैं !
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