अमृता की कविताएँ (5 / 8)
राजनीति
सुना है राजनीति एक क्लासिक फिल्म है
हीरो : बहुमुखी प्रतिभा का मालिक
रोज़ अपना नाम बदलता
हीरोइन : हुकूमत की कुर्सी वही रहती है
एक्स्ट्रा : राज्यसभा और लोकसभा के मेम्बर
फाइनेंसर : दिहाड़ी के मज़दूर, कामगर और खेतिहर
(फाइनेंस करते नहीं, करवाए जाते हैं)
संसद : इंडोर शूटिंग का स्थान
अख़बार : आउटडोर शूटिंग के साधन
यह फिल्म मैंने देखी नहीं
सिर्फ़ सुनी है
क्योंकि सेंसर का कहना है -
'नॉट फॉर एडल्ट्स' !
***
No comments:
Post a Comment