Thursday, 23 January 2020

अमृता की कविताएँ (5 / 8)

राजनीति 

सुना है राजनीति एक क्लासिक फिल्म है 

हीरो : बहुमुखी प्रतिभा का मालिक 
रोज़ अपना नाम बदलता 

हीरोइन : हुकूमत की कुर्सी वही रहती है 

एक्स्ट्रा : राज्यसभा और लोकसभा के मेम्बर 

फाइनेंसर : दिहाड़ी के मज़दूर, कामगर और खेतिहर 
(फाइनेंस करते नहीं, करवाए जाते हैं)

संसद : इंडोर शूटिंग का स्थान 

अख़बार : आउटडोर शूटिंग के साधन 

यह फिल्म मैंने देखी  नहीं 
सिर्फ़ सुनी है 
क्योंकि सेंसर का कहना है -
'नॉट फॉर एडल्ट्स' !

***

No comments:

Post a Comment