Sunday 7 March 2021

The quest for my sky

Reminiscences from my diary

March 6, 2021
Sunday, 09.45 pm
Sre

इंद्रधनुष पर पाँव रखा ही था कि
सभी सितारे
एक साथ
मुझसे यूँ लड़ पड़े
मानो
उनसे उनका
सारा आकाश छीन लिया हो मैंने! 

मैं घबराकर
पीछे हट गया ! 

मैंने कब चाहा 
सारा का सारा आसमान
माँगा तो बस -
उसके सबसे महीन कतरे से
एक कतरा
और, उस कतरे में
एक तारे जितना
आकाश! 

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